अमेरिका में रह रहे भारतीय जोड़े ने अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बीते 400 दिनों से मुहिम छेड़ रखी है। इस दौरान अनिल श्रीवास्तव और उनकी पत्नी दीपाली 43 देशों का एक लाख किलोमीटर का सफर कर तय कर चुके हैं। वे जगह-जगह रुककर लोगों को अंगदान पर स्पीच देते हैं। उन्हें मोटिवेट करते हैं। अब तक वे 73 हजार लोगों से मिल चुके हैं।
अनिल बताते हैं कि वे अपने भाई को 2014 में खुद की किडनी दान कर चुके हैं। उनका कहना है कि मेरे भाई का प्यार ही इस अभियान का कारण है। यह मेरा भी विचार है। अंगदान कोई भी कर सकता है। यह प्यार सबके लिए है। कोई भी किसी के लिए भी, जिसे आप जानते हों या नहीं। अंगदान से आप किसी के लिए फरिस्ते बन सकते हैं। अपने अभियान के बारे में अनिल बताते हैं, उनकी अभियान लाइव रहता है। पत्नी कार में ही खाना पकाती हैं और बेड तैयार करती हैं। एक साल दोनों सड़कों पर रात बिता रहे हैं।

गिफ्ट ऑफ लाइफ एडवेंचर शुरु करने वाले हैं
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अनिल और दीपाली अब तक कई स्कूल, कॉलेजे, रॉटरी क्लब, सामुदायिक केंद्र और दफ्तरों में अंगदान को लेकर मोटिवेशन स्पीच दे चुके हैं। वह लोगों को नैतिक और कानूनी रूप से अंगदान के मुद्दे पर भी जागरूक करते हैं। अनिल1997 से 2006 तक रेडिया टॉक शो के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। वह मार्च महीने से अपनी अगली यात्रा न्यूयॉर्क से अर्जेटीना शुरू करने वाले हैं। इसे उन्होंने गिफ्ट ऑफ लाइफ एडवेंचर नाम दिया है।